नवलजी, बलिया
दिनांक- 25-03-2022
बलिया शहर के गुरुद्वारा गली में स्थित माता शीतला के मंदिर पर उमड़ा महिलाओं का जनसैलाब जी हां आपको बताते चलें कि आज शीतला अष्टमी है जिसे लेकर महिलाओं में खासा उत्साह देखने को मिला इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं शीतला माता मंदिर पर पहुंचकर पूजा अर्चना कर अपने परिवार के लिए प्रार्थना की।
आपको बताते चलें कि लोकमाता के तौर पर पूरी जाने वाली शीतला माता का बखान जितना भी किया जाए कम है प्राचीन काल से ही इनका महत्व रहा है इन के आगमन से लोग भयभीत भी रहते हैं। तो विधि विधान से की गई पूजा से आशीर्वाद भी मिलता जुलता यह बीमारियों की ही देवी मानी जाती है। मान्यता है कि शीतला माता बच्चों की सेहत की रक्षा करती है साथ ही धन दौलत का अंबार भर देती है।
चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि यानी होली के आठवें दिन शीतला अष्टमी मनाया जाता है। इसे बसोड़ा के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इस दिन माता शीतला को बासी भोजन का भोग लगाया जाता है। इस दिन माता का व्रत एवं पूजन किया जाता है। इस बार शीतला अष्टमी 25 मार्च दिन शुक्रवार को मनाया जा रहा है। पूजा का समय सुबह 6:30 बजे से लेकर शाम 6:30 बजे तक है कहते हैं शीतला माता को बासी भोजन अर्पित करने से वे प्रसन्न होती हैं। और अपने भक्तों का कल्याण करती है।
और बच्चों की रोगों से रक्षा करती है इस दिन बासी भोजन करने से व्यक्ति हट उसे किसी तरह के रोग या परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता माता शीतला स्वच्छता की देवी भी है। यह हमें पर्यावरण को साफ सुथरा रखने की प्रेरणा देती है। इसलिए अपने आसपास साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखना चाहिए। और संभव हो तो कोई एक पेड़ पौधा भी अवश्य लगाना चाहिए। इससे पर्यावरण में और आपके परिवार में भी शुद्धता बनी रहेगी।
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