नवलजी,बलिया (उत्तरप्रदेश)
दिनांक: 22 मार्च 2022:
जनपद में सघन मिशन इंद्रधनुष 4.0 अभियान के प्रथम चरण में लक्षित बच्चों एवं गर्भवती का शत-प्रतिशत टीकाकरण किया गया। प्रथम चरण का अभियान जिले के सभी ब्लॉक में चलाया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.नीरजकुमार पाण्डेय ने बताया कि नवजात शिशुओं और बच्चों में होने वाली जानलेवा बीमारियों जैसे- पोलियो, खसरा-रूबेला, डायरिया, डिप्थीरिया, टिटनेस, काली खांसी आदि से बचाने के लिए संपूर्ण टीकाकरण बेहद जरूरी है। नवजात शिशुओं और बच्चों को इन बीमारियों से बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं | यदि बच्चों का टीकाकरण समय से किया जाए तो बच्चे जीवन भर स्वस्थ और खुशहाल रहेंगे।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एके तिवारी ने बताया कि सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान में दो तरह के बच्चों को शामिल किया गया था। पहला लेफ्ट आउट – जिन बच्चों को एक भी टीका नहीं लगा है। दूसरा ड्राप आउट – ऐसे बच्चे जिन्होंने एक या दो टीके लगवाने के बाद बीच में अन्य टीके नहीं लगवाये।
डॉ एके तिवारी ने बताया कि अभियान के तहत प्रथम चरण में जन्म से लेकर दो वर्ष तक के 29468 बच्चों एवं 6681 गर्भवती का टीकाकरण किया गया। उन्होने बताया कि इंद्रधनुष के सात रंगों को प्रदर्शित करने वाले इस मिशन का उद्देश्य है कि सभी बच्चों का टीकाकरण करना है जिन्हें टीके नहीं लगे हैं।
अभियान में मलिन बस्तियों, दूर-दराज के इलाकों एवं ईट- भट्ठों और निर्माण साइटों पर रहने वाले परिवारों के टीकाकरण पर जोर दिया गया। इन स्थानों पर रहने वाले परिवार एक से दूसरी जगह स्थानांतरित होते रहते हैं। इसलिए सामान्य अभियान के दौरान इनके छूट जाने की आशंका बनी रहती है। टीकाकरण न होने वाले या फिर आंशिक टीकाकरण वाले बच्चों को अभियान के तहत 11 तरह की बीमारियों से बचाने वाले टीके लगाए गये।