उपेन्द्रकुमार तिवारी, दुद्धी (उत्तरप्रदेश)
दिनांक: ०८ फ़रवरी २०२२:
दुद्धी – कोतवाली क्षेत्र में लगभग तीन महीने के अंदर दो लोगो की रहस्यमयी ढंग से हत्या कर दी गई। और यह हत्या प्रेम प्रसंग में बाधक बन रहे पति को कलयुगी पत्नियों ने ही अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही पतियों को मौत के घाट उतार दिया। आपको बता दे कि बीते 10 नवम्बर को दुद्धी पीजी कालेज के प्रोफसर डॉ.जगजीतसिंह को बड़े ही चालाकी व रहस्यमयी ढंग से मौत के घाट उतार दिया गया था। पुलिस ने खुलासा में बताया कि प्रेम प्रसंग में बाधक बन रहे थे प्रोफसर इसलिए उनकी पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की ही गला रेत कर निर्मम हत्या कर दी थी। इस हृदयविदारक घटना से लोग उभरे नही थे कि बीते 2 फरवरी को दुद्धी के वार्ड नं 6 में राजीव श्रीवास्तव की हत्या के पीछे पुलिस ने उसकी पत्नी का हाथ बताया था।
दिल को दहला देनी वाली इस खबर ने लोगों के होश उड़ा दिए है कि आखिर इतनी हिम्मत आती कहा से है। सभी चाय पान की दुकानों व चट्टी चौराहों जहाँ जाओ बस इसी बात की चर्चा है की अब जमाना बदल गया है कुछ भी हो सकता है। लोगों का कहना था कि सरकार को मौत के बदले मौत का कानून बनाना चाहिए । ताकि फिर कोई ऐसा दुःसाहस ना कर सकें। आपको बता दे लोग जानकर आश्चर्यचकित है की स्त्री का जब विवाह होता है ततपश्चात अगर कोई भी स्त्री माँ बन जाती है तो पुत्र व पुत्री से प्यारा कुछ नही होता माँ की ममता ही कुछ ऐसी होती है लेकिन कलयुगी पत्नियों के घिनौने साजिश ने दो परिवारों के छोटे छोटे कुल चार मासूमों को अनाथ कर दिया है जिसने माँ की ममता को भी पूरी तरह से शर्मशार कर दिया है। लोगों में चर्चा रही कि इन औरतो ने आशनाई में पति, पुत्र व पुत्री सबका प्रेम फेल कर दिया। औरत जिसे नारी शक्ति जैसे महान शब्दों से सम्मानित किया गया है । माना जाता है कि भारतीय नारी पतिव्रता व माँ का पुत्र व पुत्री के प्रति मधुर प्रेम के लिए ही जाना जाता है। लेकिन इन घिनौने घटनाओ ने पति पत्नी के रिश्ते व माँ का पुत्र व पुत्री के प्रति ममता को भी इन कारनामो ने बदनाम कर दिया है। लोगों का कहना कि सरकार को अगर ऐसी घटनाओं व ऐसी प्रवृत्ति के लोगो पर अंकुश लगाना है तो मौत के बदले मौत का क़ानून होना चाहिए ताकि लोग भी किसी को जान से मारने पर सोचे की उन्हें भी दोषी साबित होने पर जान गवानी होगी।