●क्लस्टर फोरम के सदस्यों को किया प्रशिक्षित , संचार कौशल के गुर सिखाए
●फाइलेरिया रोग व उसके प्रबंधन के बारे में दी गयी विस्तृत जानकारी
नवलजी, बलिया (उत्तरप्रदेश)
18 मई, 2023:
फाइलेरिया रोगियों के क्लस्टर फोरम का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम बुधवार को पंदह ब्लॉक के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पंदह पर आयोजित हुआ।
इस मौके पर जिला मलेरिया अधिकारी सुनील कुमार यादव ने कहा कि समुदाय में फाइलेरिया रोगी की तरह काम न करके “फाइलेरिया वालंटियर्स” की तरह काम करें। जिससे परिवार, गाँव व जनपद को फाइलेरिया मुक्त बनाने के प्रयास को सफल बनाया जा सके। साथ ही राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को मजबूती प्रदान की जा सके। उन्होंने फाइलेरिया के लक्षणों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कहा कि यदि ज्यादा दिनों तक बुखार रहे, पुरुष के जननांग में या महिलाओं के स्तन में दर्द या सूजन रहे और खुजली हो, हाथ-पैर में भी सूजन या दर्द रहे तो यह फाइलेरिया के लक्षण हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में शीघ्र स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक से संपर्क कर जाँच कराएँ और चिकित्सक की सलाह के अनुसार ही आवश्यक दवा का नियमित रूप से सेवन करें।
उन्होंने कहा कि फाइलेरिया से बचना है तो घर और आस-पास सफाई रखना जरूरी है। पानी का जल जमाव न होने दें, ठहरे पानी पर कैरोसीन तेल छिड़ककर मच्छरों को पनपने से रोकें, सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें पाथ संस्था के रीजनल एनटीडी अधिकारी (आरएनटीडीओ) डॉ अबू कलीम ने फाइलेरिया रोग व उसके प्रबंधन पर प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी। सीफार संस्था के स्टेट प्रोग्राम मैनेजर (एलएफ़/वीएल) डॉ सतीश कुमार पाण्डेय ने संचार कौशल की जानकारी देते हुये लोगों को जागरूक करने के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जानकारी देते समय संदेश स्पष्ट होनी चाहिए।
ब्लॉक पंदह के पकड़ी गांव निवासी 42 वर्षीय जय नारायण तिवारी बताते हैं कि वह पिछले 20 सालों से दाएं एवं बाए पैर में फाइलेरिया (हाथी पांव) से ग्रसित हैं। इसकी शुरुआत ठंड और बुखार से हुई थी। पहले उन्होंने इसका इलाज सरकारी अस्पताल में कराया लेकिन कोई आराम नहीं मिला। उसके बाद लोगों के कहने पर कई चिकित्सालय में इलाज कराया। कोई राहत महसूस नहीं हुआ। इसी बीच फाइलेरिया पेसेंट नेटवर्क पकड़ी से मैं जुड़ गया। वहां व्यायाम के बारे में बताया गया। दवा खाने के बाद उनको आराम मिला और सूजन भी कुछ कम हुई। वह बताते है कि व्यायाम मैं दो बार रोज करता हूं। इसको करने से बहुत ही लाभ हुआ एवं दवा का सेवन भी किया। अब मैं नए मरीज को ढूंढने एवं सपोर्ट ग्रुप में जोड़ने में अपना योगदान दे रहा हूं।
सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) और पाथ के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में ब्लॉक सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक धर्मेंद्र यादव, फाइलेरिया नेटवर्क की सदस्य एवं चरवा- बड़वा ग्राम प्रधान रीना सिंह, पाथ संस्था के जिला समन्वयक वेद प्रकाश सिंह, सीफार के आशीष कुमार पांडेय, शुभ नाथ चौबे एवं शिवशंकर तथा फाइलेरिया कलस्टर फोरम के 24 सदस्य मौजूद रहे।
#bharatmirror #bharatmirror21 #news #ballia #uttarpradesh #ahmedabad