●कलाकारों ने अनोखे अंदाज में फाइलेरिया के प्रति किया जा गरूक
● स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में सीफार के सहयोग से बांसडीह तहसील के कचहरी, चौराहा, नगरा ब्लॉक के भगमलपुर, चौराहा पर हुआ आयोजन
● एमडीए राउंड के दौरान दवा सेवन के बताये फायदे
नवलजी, बलिया (उत्तरप्रदेश)
22 फ़रवरी, 2023:
फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। इसी क्रम में बुधवार को सहायक जिला मलेरिया अधिकारी नीलोत्पल कुमार के नेतृत्व में “आकार फाउंडेशन” के लोक कलाकारों ने सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) संस्था के सहयोग से विभिन्न स्थानों पर फाइलेरिया से बचाव के लिए चलाये जा रहे सर्वजन दवा सेवन (एमडीए राउंड) अभियान के बारे में लोगों को जागरूक किया। बांसडीह तहसील में 75 एवं नगरा में 30 लोगों ने नुक्कड़ नाटक देखने के बाद आशा कार्यकर्ता के माध्यम से दवा का सेवन किया ।
कलाकारों ने बांसडीह कचहरी, चौराहा एवं नगरा ब्लॉक के भगमलपुर एवं चौराहा पर नुक्कड़ नाटक के जरिए समुदाय को फाइलेरिया के लक्षण बताने के साथ ही उससे बचाव के तरीकों और 27 फरवरी तक चलने वाले एमडीए राउंड के दौरान निश्चित रूप से दवा सेवन का संदेश अपने अनोखे अंदाज में दिया । कलाकारों ने यह भी बताया कि एक साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को छोड़कर यह दवा हर किसी को खानी है ।
“सुनो रे भैया, सुनो रे बहना, सुनो रे दादा, सुनो रे अम्मा… बात पते की आज तुम्हें बताने आया हूं…हो जाओ सावधान – तुम्हें जगाने आया हूं…. हाइड्रोसील और हाथी पांव फाइलेरिया की निशानी है…कर देता है जीवन मुश्किल, यही इसकी कहानी है…।” इस गीत के जरिए जब कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक की शुरुआत की तो उत्सुकता के साथ बड़ी संख्या में लोग वहाँ इकठ्ठा हो गए। नाटक के जरिए फाइलेरिया की गंभीरता को समझा और हर साल एमडीए राउंड में खिलाई जाने वाली दवा की उपयोगिता को भी जाना । कलाकारों ने संदेश में यह भी बताया कि इन दवाओं के सेवन से कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है । दवा सेवन के बाद उल्टी, चक्कर, खुजली या जी मिचलाने जैसे लक्षण नजर आयें तो किसी भी तरह से घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह इस बात का प्रतीक है कि उस व्यक्ति के शरीर में फाइलेरिया के कीटाणु मौजूद हैं जो कि दवा खाने के बाद कीटाणुओं के मरने के कारण ऐसे लक्षण उत्पन्न होते हैं । साल में केवल एक बार लगातार पांच साल तक फाइलेरिया रोधी दवाएं खाने से फाइलेरिया की बीमारी से बचा जा सकता है । कलाकारों की प्रस्तुति को दर्शकों ने सराहा और भरोसा दिलाया कि अभियान के तहत घर-घर पहुंचकर खिलाई जाने वाली दवा डी ई सी और एल्बेंडाजॉल का सेवन वह आशा कार्यकर्ता के सामने खुद करेंगे और परिवार व आस-पास के लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे ।
सीफार के सहयोग से नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति गुरुवार (23 फ़रवरी) को जनपद के जिला अस्पताल एवं रसड़ा तहसील के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रसड़ा, चौराहा आदि स्थानों पर भी की जाएगी। नुक्कड़ नाटक को आकार फाउंडेशन के शाश्वत शुक्ला, दानिश अली अंसारी, दीपक, हन्नू, प्रदुम्न उपाध्याय, हिमेश ने प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम में सामुदायिक स्वास्थ केंद्र बांसडीह के लैब टेक्नीशियन रविशंकर एवं वीवीडी ब्लॉक नोडल अधिकारी राजेश कुमार , नगरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के स्वास्थ्य पर्यवेक्षक त्रिलोकीनाथ, यूनिसेफ के बीएमसी अनिल कुमार राय ,सीफार के जिला समन्वयक आशीष कुमार पाण्डेय,गुलाब,शिवशंकर आदि ने सहयोग प्रदान किया। बांसडीह तहसील में 75 एवं नगरा में 30 लोगों ने नुक्कड़ नाटक देखने के बाद आशा कार्यकर्ता के माध्यम से दवा का सेवन किया ।
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