उपेन्द्रकुमार तिवारी, दुद्धी, सोनभद्र (उत्तरप्रदेश)
29 अक्टूबर,2022:
गाजीपुर के बाबा सुरेंद्र पंथी ने देखते ही देखते सूखे उपले में मंत्र शक्ति से अग्नि प्रज्वलित कर सबको आश्चर्यचकित कर दिया।इसके बाद उसी अग्नि में दूध गर्म किया गया तथा खीर पकाई गई। बाबा ने आग पर खौलते गर्म दूध से स्नान कर भविष्य के बारे में बताया। श्रद्धालुओं का मानना है कि पुजारी के अंदर चमत्कारिक शक्तियां हैं। मान्यता के अनुसार पुजारी और यजमान द्वारा खौलते दूध से स्नान करने पर ही लोगों का कल्याण होता है। पुजारी बाबा द्वारा आग प्रज्वलित कर दूध को खौलाया जाता है। मंत्रोचार के साथ इस दूध को तब तक खौलाया जाता है, जब तक कि मंत्र पूरा नहीं हो जाता है। उसके बाद इस खौलते दूध से न सिर्फ पुजारी, बल्कि पूजा पर बैठे यजमान को भी स्नान कराया जाता है।
पुजारी का दावा है कि इस दूध से नहाने पर सिर्फ वहीं जलते हैं जो छली – कपटी होते हैं। पुजारी अपने दावे को साबित करने के लिए खौलते ढूध में अपने सिर और शरीर पर डालता है और वहीं यजमान के शरीर पर भी गर्म दूध डाल देता है। इतना ही नहीं पुजारी अपने दावे को पुख्ता करने के लिए शक्ति का ऐसा प्रदर्शन करता है, जिसे देख कर आपके भी रोंगटे खड़े हो जायेंगे।
सुरेंद्र पंथी चमत्कारी बाबा ने कहा कि यह प्रकृति की पूजा इंद्र भगवान का घमंड तोड़ने के लिए श्रीकृष्ण भगवान ने किया था। वहीं गर्म दूध से स्नान और आंखों में डालने पर बताया कि देने में दूध गर्म दिखता है, लेकिन शरीर पर डालते ही ठंडा हो जाता है। पूजा में बहुत शक्ति है। पूजा का कार्यक्रम पंडित शिवपूजन मिश्र ने सम्पन्न कराई जबकि यजमान की भूमिका में जगतनारायण यादव सपत्नीक निभाई।गोवर्धन पूजा शुरू होने से पहले सभी ने श्रधेय नेता जी को श्रद्धांजलि दी गई और उनके कार्यो को याद करके भावुक हो गए।कार्यक्रम समाप्ति पर सभी ने श्रधेय नेता जी के सम्मान में दो मिनट का मौन धारण किया।
गोवर्धन पूजा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चंदौली के पूर्व सांसद रामकिशुन यादव रहे। मुख्य अतिथि ने अपने सम्बोधन में कहा कि इस पूजा से हमे प्रकृति पूजा का ज्ञान होता है तथा गोवर्धन पूजा घमंड को दूर करने का सन्देश देता है।भगवान श्रीकृष्ण ने इंद्र के घमंड को तोड़ने के लिए गोवर्धन पर्वत की पूजा की थी।वही यह प्राकृतिक पूजा है इससे प्राकृतिक अबो हवा शुद्ध होती हैं।अंत में उन्होंने समाज को एकजुट होने का संदेश दिया और कहा कि समाज के लिए शिक्षा जरूरी है।आज हमारा समाज तीसरे और चौथे स्तंभ में कमजोर है।
विशिष्ट अतिथि डॉ रामजीत यादव पूर्व हिंदी विभागध्यक्ष बीआरडी पीजी कॉलेज दुद्धी ने अपने सम्बोधन की धरती पुत्र श्रधेय नेता जी के श्रद्धांजलि करते हुए कहा कि नेता जी गांधी,लोहिया ,जय प्रकाश के प्रतिमूर्ति थे और इनमें समाजवाद कूट कूट कर भरा था, इसलिए इन्हें भारतीय इतिहास दूसरे नेता जी की संज्ञा दी गई।गोवर्धन पूजा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अहंकार दूर करने का नाम भगवान कृष्ण हैं, जिन्होंने इंद्र का घमंड दूर करते हुए गोवर्धन पर्वत को अपनी अंगुली पर उठाकर आमजन की रक्षा की थी।
इसके पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत गाजे बाजे के साथ निकली कलश यात्रा से हुई ।लड़कियों व महिलाओं ने पूजा स्थल से कलश उठाया और प्राचीन शिवाजी तालाब से जल उठाकर पुनः पूजा स्थल पहुँचे और पूजा की शुरुआत हुई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधान विजय यादव ने किया।
इस दौरान डॉ रामलोचन यादव पूर्व प्राचार्य बीआरडी पीजी कॉलेज दुद्धी, सपा जिलाध्यक्ष विजय यादव,पूर्व जिलाध्यक्ष रामनिहोर यादव, संजय यादव,जगदीश प्रसाद यादव,प्रधान संघ अध्यक्ष दिनेश यादव, म्योरपुर ब्लॉक प्रमुख मान सिंह गोंड, जे ई छविनाथ यादव,रामेश्वर राय,यदुनाथ यादव,नकछेदी यादव, बुधिनारायण यादव,हरिशंकर यादव,सरजू यादव,सत्यनारायण यादव, प्रभु सिंह कुशवाहा, अवधेश यादव सहित अन्य पूजा से जुड़े लोग मौजूद रहे।जबकि सुरक्षा की दृष्टि से कोतवाल श्रीकांत राय ,महिला थाना प्रभारी सविता सरोज, कस्बा इंचार्ज संजय सिंह मयफोर्स मौजूद रहे। कार्यक्रम की संचालन अवधनारायण यादव ने किया।
#bharatmirror21 #news #drudhhi #sonbhadra #uttarpradesh #ahmedabad