उपेन्द्रकुमार तिवारी, दुद्धी, सोनभद्र (उत्तरप्रदेश)
11 अक्टूबर,2022:
जल निगम विभाग द्वारा महुली स्थित मलिया नदी पर जल संयंत्र लगाया था। लेकिन विभाग के कर्मचारी के रिटायर्ड होने के बाद यह सफेद हाथी बनकर रह गया है। इस संयंत्र से महुली, पतरिहा, फूलवार, पोलवा, हिराचक आदि गांवों में पेयजल आपूर्ति की जाती थी। ग्रामीणों ने बताया कि गत एक माह से कर्मचारि नहीं होने के कारण पेयजल आपूर्ति पूरी तरह से ठप है। पानी आपूर्ति बंद होने से हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही समस्या का समाधान नहीं किया गया तो हम लोग व्यापक आंदोलन को बाध्य होंगे।
कुछ दिन पहले को क्षेत्र पंचायत सदस्य पीसी गुप्ता की अगुवाई में ग्रामीणों ने इस मामले को खंड विकास अधिकारी दुद्धी के सामने रखा। ग्राम प्रधान महुली अरविंद जायसवाल ने बताया कि जल निगम ने बीते नवंबर माह में इसके संचालन की समस्त जिम्मेदारी ग्राम पंचायत को सौंप दिया था। जिसके बाद सात आठ महीने आपरेटर रख कर चलाया गया। इस पर आने वाले सभी खर्चों को जल कर वसूली करके वहन करने को कहा गया था। लेकिन उपभोक्ताओं को बार-बार नोटिस भेजने के बाद भी जल कर जमा नहीं होने से इसके संचालन का खर्च वहन नहीं हो पा रहा है। ऐसे में इसे बंद कर उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। एक आपरेटर नहीं होने से पांच गांवों का पानी के लिए उपभोक्ता तरस रहे हैं। जहां सरकार हर घर जल योजना के तहत ग्रामीणों को पानी देने के लिए गांवों में लाखों खर्च कर रही है। वहीं आपरेटर की कमी के कारण पांच गांवों के लोगों को पानी के लिए तरस रहे हैं।
ग्रामीण विरेन्द्र कनौजिया बुद्ध नाथ रमेश कुमार कमलेश कुमार राजकिशोर संजय कुमार ने बताया कि जल निगम के कर्मचारी एक वर्ष पहले रिटायर हो गया। जिसके बाद यहां पर कोई आपरेटर नहीं होने के बाद एक वर्ष तक ग्राम प्रधान महुली द्वारा संचालित किया गया अब ग्राम प्रधान भी हाथ खड़े कर दिए एक माह से पानी की सप्लाई बंद हो गया।
उपजिलाधिकारी दुद्धी शैलेन्द्र कुमार मिश्रा ने बताया अभी संज्ञान में आया है जल्दी ही पानी की सप्लाई चालू करा दिया जाएगा।
#bharatmirror21 #news #drudhhi #sonbhadra #uttarpradesh #ahmedabad