उपेन्द्रकुमार तिवारी, दुद्धी, सोनभद्र (उत्तरप्रदेश)
18 जून 2022:
प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में मध्यान भोजन पकाने वाली रसोइयों से 12 माह काम लिया जाता है और भुगतान 10 माह का ही किया जाता है जिसको लेकर आज दुद्धी ब्लॉक संसाधन केंद्र पर भारतीय प्रगतिशील महिला समिति की अध्यक्ष ममता मौर्या के नेतृत्व में काफी संख्या में मौजूद रसोइयों ने दुद्धी बीआरसी पहुँच प्रदर्शन किया।
और उनके काम का उचित दाम दिए जाने के लिए नारे लगाए गए।और मांग किया गया कि आर्थिक रूप से परेशान गरीब रसोइयों का मानदेय पूरे 12 माह का दिया जाए। आपको बता दे कि महंगाई अपने चरम पर है ऐसे में सभी सरकारी विद्यालयों में बच्चों के लिए भोजन पकाने के साथ ही साथ खिलाना पिलाना साफ सफाई सहित अन्य कार्यों को करते हुए विद्यालय संचालन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली रसोईयों को मात्र 15 सौ रुपये मानदेय दिया जाना ही सरासर अन्याय है लेकिन मात्र 15 सौ रुपये जिससे परिवार चलाना नामुमकिन है वो भी वर्ष में दो माह नही मिलता है।
जबकी प्रतिवर्ष 11 माह से ऊपर सभी रसोइयों से काम लिया जाता है। अब ऐसे में रसोइयों को आर्थिक तंगी का दंश झेलना पड़ रहा है। महंगाई अपने चरम पर है। जरूरत की सामानों के दाम सातवें आसमान पर है अब क्या इस महंगाई में 15 सौ रुपये तीस दिन तक जरूरत के सामानों को पूरा करने के लिए काफी है या नही है।
इस पर विचार करने की बहुत ही ज्यादा जरूरत है। इस दौरान भारतीय प्रगतिशील महिला समिति की अध्यक्ष ममता मौर्या, रसोईया संघ अध्यक्ष उषा साहू, चम्पा देवी , ज्ञानती देवी, फूलवती देवी , भगवती देवी, फुलनस देवी,सुशीला देवी सहित काफी संख्या में मौजूद रसोइयो ने खंड शिक्षाधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में मौजूद शिक्षा विभाग के कर्मचारी को ज्ञापन सौंपा है और विचार करते हुए काम का उचित दाम दिए जाने की मांग की गई है।
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