नवलजी,बलिया, 24 जून 2022
क्षय रोग ग्रस्त को स्वस्थ होने में उनका आहार अहम भूमिका निभाता है। अगर पोषणयुक्त आहार लेंगे तो सदैव स्वस्थ रहेंगे। यह कहना है जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ आनंद कुमार का।
डीटीओ ने बताया कि टीबी को ठीक होने में समय लगता है इसलिए इसे ठीक करने के लिए रोगी को चिकित्सकीय उपचार की आवश्यकता होती है। इलाज के साथ ही टीबी को ठीक करने में आहार और उससे मिलने वाली पोषण की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। वैसे तो हमारे डॉक्टर हमेशा सलाह देते हैं कि टीबी रोगियों को सबसे पहले पाचन शक्ति को मजबूत करना चाहिए। टीबी ग्रस्त में कमजोरी होना एक आम बात है इसलिए कैलोरी वाले आहार ही लेना चाहिए।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत टीबी के रोगियों को सरकार पौष्टिक खाद्य पदार्थोँ के लिये निश्चय पोषण योजना के तहत सीधे उनके पंजीकृत खाते में हर महीने 500 रुपये देती है। जिससे कि रोगी उस धन का व्यय अपने खाने में पोषण और कैलोरी वाले अनाज का प्रयोग कर सके।
उन्होंने बताया कि टीबी से ग्रसित व्यक्ति के लिए कुछ सब्जियां और साबूत अनाज अपनी डाइट में शामिल करना फायदेमंद होता है। टीबी के रोगी टमाटर, शकरकंद तथा गाजर जैसी सब्जियां जिनमें एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होता है, और साबूत अनाज जैसे आदि को अपने आहार में शामिल करें।
उन्होंने बताया कि टीबी के रोगी को दूध और पनीर का इस्तेमाल अच्छी मात्रा में करना चाहिए साथ में खिचड़ी खाना चाहिए, फल का सेवन करना चाहिए साथ में हरी सब्जियों का भरपूर इस्तेमाल करना चाहिए अनाज ज्यादा से ज्यादा खाना चाहिए, वहीँ टीबी के मरीजों को तले भूने हुए पदार्थों को खाने से बचना चाहिए। किसी भी प्रकार के फैट वाले पदार्थ और ठंडे पेय पदार्थो के सेवन से बचना चाहिए रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट जैसे पदार्थ का इस्तेमाल नहीं करें तो अच्छा है, अत्यधिक मात्रा में मसाला और नमक का सेवन, चाय और कॉफी से तो पूरी तरह से बचाव करना चाहिए। टीबी के रोगियों के लिये धूम्रपान और शराब का सेवन खतरनाक हो सकता है।
जिले में टी बी के मरीज:-
क्षय रोग विभाग के जिला कार्यक्रम समन्वयक आशीष सिंह ने बताया कि जिले में इस समय 2575 टीबी मरीजों का इलाज चल रहा है। जिसमें से 110 एमडीआर टीबी के रोगी हैं | जनवरी 2021 से अब तक कुल 6382 टीबी रोगी नोटिफाई किये जा चुके हैं। 2018 से अभी तक निक्षय पोषण योजना में क्षय रोगियों को ₹2.39 करोड़ का भुगतान डीबीटी के द्वारा किया जा चुका है।
क्या होता है क्षय रोग:-
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि दो सप्ताह या अधिक समय तक खांसी आना, खांसी के साथ बलगम आना, बलगम में कभी-कभी खून आना, सीने में दर्द होना, शाम को हल्का बुखार आना, वजन कम होना और भूख न लगना टीबी के सामान्य लक्षण हैं।
#bharatmirror #bharatmirror21 #news #ballia #uttarpradesh #ahmedabad