नवलजी, बलिया (उत्तर प्रदेश)
दिनांक: २४ जनवरी २०२२:
बलियामें राष्ट्रीय बालिका दिवस पर सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में लिंग संवेदीकरण कार्यशाला आयोजित हुई। आयोजन में बतौर मुख्य वक्ता मुख्य चिकित्सा अधीछिका डॉ० सुमिता सिन्हा, जिला महिला अस्पताल मौजूद रहीं।
डॉ० सुमिता ने कहा कि यदि महिलाओं या पुरुषों में से किसी एक वर्ग को विशेष सुविधा दी जाए, जबकि दूसरे वर्ग को इससे वंचित रखा जाए। जबकि सुविधाओं की आवश्यकता दोनों को बराबर है, तो उसे लिंग संवेदीकरण या लिंग भेदभाव कहा जाता है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में सभी को समानता का मौलिक अधिकार है। युवा वर्ग की यह जिम्मेदारी है कि वह आगे आयें और सभी को साथ लेकर एक नए समाज, एक नए देश का निर्माण करें। जहां सभी बराबर हों।
कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ०आनन्दकुमार ने कहा कि वर्ग, समाज तभी राष्ट्र प्रगति करते हैं जब कोई भेदभाव ना हो। इस कार्यशाला में एसीएमओ (आरसीएच) डॉ०सुधीरकुमार तिवारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी मीनाक्षी आर्या, अशर्फी हॉस्पिटल से अजीतकुमार सिंह, सिद्धिविनायक अल्ट्रासाउंड से आरएन सिंह, शिवा डायग्नोस्टिक सेंटर बेल्थरा रोड से अजय मौर्या,डीईओ पीसीपीएनडीटी शैलेंद्र प्रताप यादव आदि मौजूद रहे। अंत में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ०आरबी यादव ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।